विवरण: प्राधिकारियों ने कायरतापूर्ण तरीके से आप्रवासियों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवा का लालच दिया, जिससे हिरासत में लिया गया। जाने-माने डॉक्टर शीला डेनियल ने देखभाल की आड़ में अंतरंग परीक्षा आयोजित की। बिना किसी संदेह के रोगियों ने खुद को हथकड़ी और असहाय पाया, उनकी गरिमा छीन ली।