विवरण: संडे की सर्विस के बाद अब मैं पादरी की बेटी का विरोध नहीं कर सकता था.मैं उसे खींचते हुए मंदिर के पीछे वाले कमरे में ले गया और उसकी कसी हुई चूत को खा गया.वो उत्सुकता से जवाबी कार्रवाई करते हुए मेरे विशाल काले लंड को अपने गले में गहराई तक ले गयी.इस चरमोत्कर्ष ने उसे और तरसा दिया था.