विवरण: एक आकर्षक प्रलोभिका को एक सार्वजनिक बस में खुद को आनंदित करते हुए पकड़ा गया, उसकी शरारती मुस्कान केवल दृश्यरतिक रोमांच को बढ़ावा दे रही थी। उसका सहकर्मी कार्य जल्दी से परमानंद की अपनी दुनिया में खोए हुए यात्रियों से बेखबर, आत्म-भोग के साहसी प्रदर्शन में बदल जाता है।